Categories
Sad Poetry

O mere Pehle Prem (My First Love)

ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आया कर
तेरे बिन अधूरा हूँ मैं
तू ना मुझे सताया कर
याद तेरी जब आती है
अंदर से टूट जाता हूँ
कितने आँसू आते है
मगर किसी को ना बताता हूँ
अब रातो में आकर
तू ना मुझे जगाया कर
ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आया कर

देखा था जब मैंने तुझको
तू थोड़ा शरमाई थी
अपने दिल के अंदर तूने
कितनी बात छुपाई थी
जब मेरे वादे सुनकर
तेरी आँखें भर आई थी
मुझसे मिलने के लिए
तू मेरे घर तक आई थी
अब अपनी यादोें के सहारे
तू मुझको ना रुलाया कर
ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आया कर

याद है मुझको वो हर पल
जो तेरे साथ बिताया था
ढूंढ रहा हूँ तेरा घर
जो तूने मुझे दिखाया था
कोई मेरा प्यार क्या समझे
तू तो बस मेरा है
बिन तेरे इस ज़िंदगी में
हर तरफ अँधेरा है
तेरी खातिर मैंने कितना
दर्द यह झेला है
कुछ गलत ना कर बैठे
दिल बहुत अकेला है
अब मुझे दूर रहकर
तू इस दिल को ना जलाया कर
ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आय

26227337_154836168573084_4525767293614948352_n

dhaneshwardutt's avatar

By dhaneshwardutt

Dhaneshwar Dutt is an Author. He is a versatile person and he is fond of writing, poetry and stories. His writing work wide ranges from ancient stories to crime, horror, adult-sexuality and many other genres and subjects. With a strong educational background and a desire to make a positive impact, Dhaneshwar Dutt is a sought-after name in the literary world!

Leave a comment

Design a site like this with WordPress.com
Get started