कुछ प्रेम शायरी …..
तेरी यादोें में आँखों से बहता मेरे पानी है
अनसुनी और अनकही अपनी ये एक कहानी है
इस ज़माने को नही तुझको ये बात बतानी है
की मैं तेरा राजा हूँ और तू मेरी रानी है
तेरा इकरार झूठा है तेरा यह प्यार झूठा है
तुम धोकेबाज़ हो हमको अपना बना के लूटा है
समझ में कुछ नही आता जिये किसके सहारे पर
कोई अपना नही है जबसे तेरा साथ छूटा है
हर आईने की किस्मत में तस्वीर नही होती
हर किसी की एक सी तकदीर नही होती
और होंगे बदनसीब मुझ जैसे इस दुनिया में
जिनके हाथों में प्यार की लकीर नही होती