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Message for humans

Dhaneshwar Dutt Message for every lover

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What kind of love {ये कैसा इश्क़ है}

अब बात नही होती
अब मिलते भी नही है
अब ब्लॉक भी कर दिया है
अब सारी तस्वीरे भी जला दी है
अब फोन का नम्बर तक डिलीट कर दिया है
उसकी यादे भी अपने दिल में दबा दी है।
अब उसको याद करके रोया भी नही जाता।
लगभग कुछ भी नही बचा अब हम दोनों के बीच
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मगर ये कैसा इश्क़ है खत्म होने का नाम ही नही लेता

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#dhaneshwardutt #poetry #for #girls

लड़कियों के लिए एक कविता ….

ना जाने यह गंदी रीत कब से चलती आयी है

दरिंदगी का शिकार हमेशा लड़कियाँ बनती आयी है

ना वो जा पाती है स्कूल ना कभी सड़को पर आती है

डर डर के जीती है ना जाने वो क्यों यह ज़हर पिये जाती है

सोच बदल लो दुनिया वालो तुम्हारी भी बेटी और बहने होगी

अगर बदली तुम्हारी यह सोच तो ना कोई गुड़िया और ना कोई दामिनी होगी

दुआ करू मैं ऊपर वाले से कोई तो ऐसी लड़की होगी

जो इन मनचलो को डराएगी

अपनी बहनों और सहेलीयों को इन सब से लड़ना सिखाएगी

मैं अक्सर सड़को पर देखता हूँ

वो किसी से कुछ नही कहती हर दम बस खामोश है रहती

ना जाने वह क्यों इतने जुल्म है सहती

मैं कभी कबार डर जाता हूँ

हे मेरे मौला तूने कैसी दुनिया बनायीं है

ना जाने यह गन्दी रीत कब से चलती आयी है

दरिंदगी का शिकार हमेशा लडकिया बनती आयी है

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Dhaneshwar Dutt Quotes

If someone loves you… Care about you
While you do not look at him
He’s not bothering you and forcing you
It does not mean he is sticking but rather it’s mean…. That person does not want to bring anyone other than you into life
He truly loves you

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बाँसुरी चली आओ ….(dhaneshwar dutt)

बाँसुरी चली आओ होंठो का निमंत्रण है
तुम्हे बुलाया कान्हा ने आज दिया आमंत्रण है
बिन तुम्हारे कान्हा अधूरा है
गोपियों के मन में उलझन है
बाँसुरी चली आओ होंठों का निमंत्रण है

जितनी राधा प्यारी है उतनी तुम भी प्यारी हो
होंठों से कुछ ऐसी धुन निकलू जो सबसे निराली हो
बिन तुम्हारे हर तरफ कितनी उदासी है
तुमसे मिलने को अब तक मेरी आँखें प्यासी है
मेरे होंठों से निकला हर स्वर तुमको अर्पण है
बाँसुरी चली आओ होंठों का निमंत्रण है

हर तरफ इस दुनिया में कितना अंधकार है
बिन तुम्हारे जीना मुझे नही स्वीकार है
तुम्हारी प्यारी धुन गोपियों को सुनानी है
मेरे संग यह गोपियाँ भी तुम्हारी दीवानी है
तान भावना की है शब्द शब्द तर्पण है
बांसुरी चली आओ होंठों का निमंत्रण है

बिन तुम्हारे मेरी हस्ती अधूरी है
तुम चली आओ गीत गाना जरूरी है
तुम नही आयी तो गीत गा नही पाऊँगा
स्वर तो खीचूँगा पर सजा नही पाऊँगा
अंधकार को मिटाने की बस एक ही किरण है
बाँसुरी चली आओ होंठों का निमंत्रण है

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Dhaneshwar Dutt Picture Collection

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Tum ho Meri (तुम हो मेरी )

दिल से दिल का यह रिश्ता हमारा

तुम हो मेरी और मैं हूँ तुम्हारा
मौसम है यह कितना सुहाना
मुझको दिल का है राज़ बताना
मैंने तुमसे प्यार किया है
तुमको अपना दिल यह दिया है
तेरी चाहत में हूँ दीवाना
तेरे संग जीवन है बिताना
दिल से दिल का यह रिश्ता हमारा
तुम हो मेरी और मैं हूँ तुम्हारा

तेरी यादें दिल को जलाये
रातो को मुझे नींद ना आये
दिल चाहता है करना बाते
जब आती है तेरी यादें
तेरे बिन तो मैं हूँ अधूरा
तुम मिल जाओ तो मैं हूँ पूरा
तेरे संग यह ज़िंदगी गुज़ारु
तुझको आपने दिल में छुपा लू
तुझको दिल के मैं राज़ बताऊ
तुझसे किया हर वादा निभाऊ
तुझसे मेरा यह रिश्ता है गहरा
हर पल दिखता है चेहरा तेरा
ज़िंदगी में है अब हर पल अँधेरा
तुम आजाओ तो होगा सवेरा
दिल से दिल का यह रिश्ता हमारा
तुम हो मेरी और मैं हूँ तुम्हारा

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प्रेम एहसास अनोखा है।

कुछ प्रेम शायरी …..

तेरी यादोें में आँखों से बहता मेरे पानी है
अनसुनी और अनकही अपनी ये एक कहानी है
इस ज़माने को नही तुझको ये बात बतानी है
की मैं तेरा राजा हूँ और तू मेरी रानी है

तेरा इकरार झूठा है तेरा यह प्यार झूठा है
तुम धोकेबाज़ हो हमको अपना बना के लूटा है
समझ में कुछ नही आता जिये किसके सहारे पर
कोई अपना नही है जबसे तेरा साथ छूटा है

हर आईने की किस्मत में तस्वीर नही होती
हर किसी की एक सी तकदीर नही होती
और होंगे बदनसीब मुझ जैसे इस दुनिया में
जिनके हाथों में प्यार की लकीर नही होती

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O mere Pehle Prem (My First Love)

ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आया कर
तेरे बिन अधूरा हूँ मैं
तू ना मुझे सताया कर
याद तेरी जब आती है
अंदर से टूट जाता हूँ
कितने आँसू आते है
मगर किसी को ना बताता हूँ
अब रातो में आकर
तू ना मुझे जगाया कर
ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आया कर

देखा था जब मैंने तुझको
तू थोड़ा शरमाई थी
अपने दिल के अंदर तूने
कितनी बात छुपाई थी
जब मेरे वादे सुनकर
तेरी आँखें भर आई थी
मुझसे मिलने के लिए
तू मेरे घर तक आई थी
अब अपनी यादोें के सहारे
तू मुझको ना रुलाया कर
ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आया कर

याद है मुझको वो हर पल
जो तेरे साथ बिताया था
ढूंढ रहा हूँ तेरा घर
जो तूने मुझे दिखाया था
कोई मेरा प्यार क्या समझे
तू तो बस मेरा है
बिन तेरे इस ज़िंदगी में
हर तरफ अँधेरा है
तेरी खातिर मैंने कितना
दर्द यह झेला है
कुछ गलत ना कर बैठे
दिल बहुत अकेला है
अब मुझे दूर रहकर
तू इस दिल को ना जलाया कर
ओ मेरे पहले प्रेम
तू मुझे याद ना आय

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